जानिए डर को कैसे दूर भगाएं - आसान तरीके


जानिए डर को कैसे दूर भगाएं

दोस्तों चलिए जानते है  कि "डर को कैसे दूर करे" | दोस्तों आज के समय में हिम्मतवाला बनना जरूरी है क्योकि बिना हिम्मत के कोई काम नहीं होता
और जो इंसान काम नहीं करता उसकी ना तो कोई इज्जत करता है और ना ही उसका किसी भी प्रकार का सम्मान होता है। दोस्तों आपको करना क्या है? इस सवाल को लेकर या तो आप गलती करते है या काम को करने से पहले ही हार मान लेते है और या आप डरे डरे से रहते हो। आपको उसी डर को निकालना बहुत जरूरी है अगर आपको कुछ बनना है।  इंसान को ना सिर्फ खुद को भयमुक्त करना है बल्कि दुसरो को भी निडर बनाना है। इस बहुरूपी संसार में बहुत ही कम इंसान ऐसे होते है जो निडर है। भले ही आप लोग माने या ना माने कि इस पृथ्वी पर भूत, प्रेत, बाधा जैसी कुछ अनेक प्रकार की चीजें नहीं होती हैं लईकिन समय-समय पर ये चीजें अपनी उपस्थिति की गवाही देती हैं जिससे आम आदमी के बीच अलग प्रकार की घबराहट होने लगती है जिसे डर भी कहते है। दोस्तों डर शारीरिक या भावनात्मक खतरे से सबंधित होता है। शारीरिक डर वह डर होता है जो देखने में अजीब लगती हो और उस चीज का सामना करने की क्षमता उत्तपन हो और उसी प्रकार भावनात्मक डर एक मनोवैज्ञानिक समस्या के कारण होता है।

जानिए डर को कैसे दूर भगाएं

दोस्तों डर इंसान के लिए अस बड़ी मुसीबत बन जाता  है, अगर उसे दूर करने के बारे में सोचा जाय। जो इंसान पहले से ही अपने मन में डर लिए घूमता है वह काम क्या करेगा। अगर आप भी उनमे से एक हो तो पढ़िए इस आर्टिक्ल को और भगाय अपने डर को। जो इंसान डर के सहारे जी रहा है उसका जीना कोई बड़ी बात नहीं है इसलिए अपने मन से डर को भार निकालो और अपने हक के लिए लड़ो या अपने काम को निडर होकर पूरा करो डर ज्यादातर उन व्यक्तियों को लगता है जो दिल से कमजोर होते है जो किसी भी अजीब चीज को देखने के बाद उसके बारे में गलत सोचने लगते है।  साथियो वैसे तो भय बहुत ही आम बात है लेकिन आप यदि अधिक डरते हैं या आप सोचते है कि आपको रात में सोते समय बुरे या डरावने सपने आएंगे और आप बहुत ज्यादा घबरा जाते हैं, अकेले अंधेरे में से गुजरने को भी डरते हो तो यह समाधान आपके लिए ही हैं।


दोस्तों अगर आप डर से पूर्णरूप से छुटकारा पाना चाहते है तो अपको अपना काम पुरे विश्वास के साथ करना होगा और अपने आप पर गर्व करना होगा। अगर हम अपने आप पर या अपने किये गए काम पर भरोसा नहीं करेंगे और हमेशा अपने आप पर शक करते है तो एक डर की भावना हमारे अंदर छिपी रहेगी और हमे एक असफल इंसान बनना हमारी मजबूरी होगी। तो इसलिए अपने आप पर भरोसा करिये और अपने काम को निडरता से करना सिखये। 

अपने व्यक्तित्व पर ध्यान दे - दोस्तों अपना व्यक्तित्व कुछ इस प्रकार का बनाने की कोशिस करो जिससे आपका इम्प्रेशन बने और दूसरा इंसान आपसे बात करना सोचे, चाहे वे इम्प्रेशन आपके कपड़ो से हो या आपकी किसी बात से हो या फिर आपके चाल - चलन, व्यवहार से हो। जिससे आपका डर कम होगा क्योकि जितने ज्यादा लोग आपसे बाते करेंगे या आपकी तारीफ करेंगे उतना ही आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा और डर कम होगा।


मेडिटेशन करे - मेडिटेशन भी एक ऐसी चीज है जो डर को दूर करने में बहुत फायदेमंद है। अगर आप एक निडर व्यक्ति बनना चाहते हो तो आपको डेली मेडिटेशन करने की आदत डाला बहुत जरूरी है रोज ऐसा करने से इंसान का आत्मविश्वास स्तर बहुत ज्यादा और बहुत जल्द बढ़ने लगता है और डर हमेशा हमेशा के लिए ख़तम हो जाता है। औमेडिटेशन करने से आपका मनोबल बढ़ेगा और हर एक काम फुल आत्मविश्वास के साथ करने को मन करेगा।

सहायता के लिए तत्पर रहे - एक इंसान का डर तब ही बहार निकलेगा जब वह दूसरों की रक्षा करेगा क्योकि ऐसा करने से इंसान का मनोबल बढ़ता है। दोस्तों डरा हुआ व्यक्ति दुसरो की मदद करने में भी डरता है कि कही वो किसी गलत काम में फंस जाए और वो इंसान अपनी ही नजरो में बहुत हद तक गिर जाता है।  जो इंसान खुद ही डरपोक होता है वो दुसरो की क्या मदद कर सकता है। दुसरो को निडर बनाने की बात कहने वाला अगर खुद ही डरपोक हो तो उसका क्या परिणाम निकलेगा ये तो सभी बहुत ही अच्छे से जानते है। निडरता से जीवन जीना भी एक कला से कम नहीं है और निडर बनने का बेहतर तरीका है दुसरो की  सहायता करना और अपना हौसला बुलंद करना।


अँधेरे में रहने का प्रयास करे - भयमुक्त होना एक प्रकार की साधना है और जिसके लिए आपको हमेसास अभ्यास करना होगा। इसके लिए पहले दिन से मनुष्य को निडर बनने की कोशिस करनी चाहिए। एक रात में निडर बनने के लिए आपको किसी कमरे में अकेले रहना होगा या किसी भी काम को आप अकेले करने का प्रयास करना होगा। इसके बाद अंदर कमरे में अकेले रहे और फिर समसान में जाकर दिन में घूमते रहे, फिर उसी समसान में रात में रहे। ऐसा करने से आपको यह पता लगेगा की डर कुछ नहीं होता यह तो सिर्फ इंसान का भरम होता है।


सकारात्मक सोचे - जो इंसान डर की भावना से छुटकारा पाना चाहता है उसे सकारात्मक विचार रखने होंगे और सकारात्मक विचार वाले व्यक्तियों से सम्बन्ध बनाने होंगे क्योकि जो इंसान सकारात्मक सोच रखता है वो इंसान निडर और आत्मविश्वासी होता है सकारात्मक सोच इंसान को मजबूत और एक जिम्मेदार इंसान बनाती है और जिम्मेदार इंसान कभी भी डरते नहीं।


निडर रहे - दोस्तों ये बात भी ध्यान रखना बहुत जरुरी है कि जो इंसान जितना ज्यादा भयभीत होता है, वो उतना ही हिंसक बन जाता है। ऐसा व्यक्ति ज्यादातर खतरनाक साबित होता है। वो किसी की हत्या करे या नहीं, लेकिन अपनी आत्महत्या करने पर तुला रहता  है। जो निडर होता है उसकी भावना किसी के भी प्रति विरोधी नहीं होती बल्कि दुसरो की सहायता के लिए तत्पर रहता है। निडर इंसान एक आर्मी की तरह होता है जो डर की पूरी फौज को मात देने की हिम्मत रखता है निडर व्यक्ति हमेसा अपने टारगेट पर डटा रहता है वो कभी भी पीछे नहीं हटता और इस  तरह का व्यक्ति ही अपना नाम रोशन करता है।

डर लगने वाले काम पहले करें - दोस्तों जिन चीजों या  कामो से आपको डर लगता है उन कामो को आपको सबसे पहले करने का प्रयास करना चाहिए ताकि आपकी मंजिल आसान हो जाए। जो काम आप करने जा रहे है उसे पुरे विश्वास और लग्न के साथ शुरू करे।  विश्वास और लग्न के साथ काम करने से डर की भावना अटॉमेटिक ही खत्म होने लगती है।


आत्मविश्वास बढ़ाये - डर को परास्त करने का सबसे अच्छा तरीका है आत्मविश्वास। आत्मविश्वास एक ऐसी चीज है जिससे इंसान बिना लड़े ही आधी जंग जित लेता है। हमको हमेसा यह ध्यान रखना चाहिए कि बिना कुछ करे सफलता प्राप्त नहीं होती और डर को अपने मन में रखकर हम कुछ कर नहीं सकते। तो इसलिए व्यक्ति जो भी काम करे उसे पुरे आत्मविश्वास और नेचुरल शक्ति को ध्यान में रखकर करे। आत्मविश्वास से डर की भावना इंसान को छूती तक नहीं और कहा भी जाता है - डर के आगे जीत है।

"दोस्तों ऊपर दी गई पूरी जनकारी ध्यान से पढ़े ओर बने एक निडर और योग्य व्यक्ति"

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